
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” और सीएम योगी आदित्यनाथ की “ओडीओपी स्कीम” ने कई सपनों को हकीकत बनाया है — और झांसी की वंदना चौधरी इस बात का जीता-जागता सबूत हैं। कभी आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आने वाली वंदना, आज अपने सॉफ्ट टॉयज बिजनेस से न सिर्फ स्वरोज़गार कर रही हैं, बल्कि दूसरों को भी रोज़गार दे रही हैं।
सुई, धागा और हिम्मत से शुरू हुआ बिजनेस
वंदना ने साल 2021 में ODOP (One District One Product) योजना के तहत उद्योग विभाग से सॉफ्ट टॉयज बनाने का प्रशिक्षण लिया। ट्रेनिंग के बाद उन्हें सिलाई मशीन फ्री में दी गई।
बस फिर क्या था — घर का कोना बना ‘सपनों की फैक्ट्री’ और वंदना ने शुरू कर दी टेडी बियर, डॉल और प्यारे-प्यारे खिलौनों की दुनिया। आज उनके बनाए प्रोडक्ट प्रयागराज, हरिद्वार, लखनऊ जैसी प्रदर्शनियों में धमाल मचा चुके हैं।
अब भारत मंडपम में होगी वंदना की धमाकेदार एंट्री
अब वंदना चौधरी 14 नवंबर से शुरू हो रहे इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (IITF) में अपने सॉफ्ट टॉयज का स्टॉल लगाने जा रही हैं —
वो भी नई दिल्ली के भारत मंडपम में! यानी, झांसी की वंदना अब लोकल से ग्लोबल की ओर बढ़ चली हैं।
उनका कहना है — “ओडीओपी ने मुझे वो पहचान दी, जिसके बिना मेरा टैलेंट शायद घर की चार दीवारों तक सिमटा रहता।”

झांसी के अन्य ब्रांड्स भी दिखाएंगे दम
सिर्फ वंदना ही नहीं, झांसी से और भी ब्रांड्स इंडिया ट्रेड फेयर में हिस्सा लेने जा रहे हैं — जैसे कि आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रसिद्ध वैद्यनाथ समूह,
और महाविद्या ई-कॉमर्स, जो शजर सिल्वर ज्वेलरी बनाती है।
उपायुक्त उद्योग मनीष चौधरी ने बताया — “इस फेयर में झांसी के कई उद्यमियों की भागीदारी होगी, जिससे जिले की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर और मज़बूत होगी।”
सिर्फ बिजनेस नहीं, एक नई सोच की शुरुआत
वंदना की कहानी सिर्फ ‘सक्सेस स्टोरी’ नहीं है, यह एक मैसेज है — कि अगर सपने बड़े हों और दिशा सही, तो सिलाई मशीन भी मिनी-स्टार्टअप मशीन बन सकती है!
